बड़ी खबर
अशोक मिश्रा की कलम से
*पूर्व कार्यपालन अधिकारी को व्यूह रचना में फंसाने हेतु प्रदीप दुबे ने चला दांव*
*भ्रष्टाचारी चाटुकारिता करने वाले घोटालेबाजों के भी बढ़े भाव*
क्षेत्रीय समन्वय S.R.L.M जिला रीवा में पदस्थ अधिकारी प्रदीप दुबे एवं जनपद पंचायत रीवा में पदस्थ कुछ भ्रष्ट घोटालेबाज कर्मचारियों की मिलीभगत से अचानक मध्यप्रदेश में मात्र एक जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी का ट्रांसफर करवाते हुए 24 घंटे में ही प्रदीप दुबे के द्वारा हाई कोर्ट में कैविएट लगाकर जनपद पंचायत रीवा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी का पद भार ग्रहण कर लिया गया। इस कूट रचित योजना का शिकार हुए हरीशचंद्र द्विवेदी का ट्रांसफर शासकीय अवकाश के खत्म होने के ठीक अगले ही दिन हाईकोर्ट में भ्रष्टाचारियों के ऊपर चल रहे मुकदमे में संज्ञान देने हेतु गए हुए होने के कारण बिना अग्रिम सूचना दिए अथवा बिना जनपद पंचायत रीवा के कार्यालय आए ही ट्रांसफर कर दिया गया। जिससे यह स्पष्ट रूप से सिद्ध होता है कि मध्य प्रदेश के मात्र रीवा जिला अंतर्गत रीवा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरिश्चंद्र द्विवेदी का ट्रांसफर महज एक इत्तीफाक ना होकर सोची समझी रणनीति तथा व्यूह रचना का शिकार बनाया गया। क्योंकि संभागीय कमिश्नर रीवा के द्वारा सभाओं में दिए गए लक्ष्य को युद्ध स्तर पर पूरा करने के कारण हरीश चंद्र द्विवेदी को 26 जनवरी की परेड उपरांत स्वयं पूर्व प्रभारी मंत्री के द्वारा संभागीय कमिश्नर भार्गव ,रीवा कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ अर्पित वर्मा के उपस्थिति में प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया था।सूत्रों की माने तो हरिश्चंद्र द्विवेदी के ट्रांसफर का मुख्य कारण कुछ ही समय पहले जनपद पंचायत रीवा के लेखपाल रामचंद्र पांडे एवं अन्य भ्रष्टाचारियों का ट्रांसफर किया जाना है। जनपद पंचायत रीवा में कुंडली मारकर बैठे लेखपाल रामचंद्र पांडे व अन्य भ्रष्टाचारियों का निलंबन किया जाना अति आवश्यक था।लेकिन जांच पूरी ना होने के कारण मात्र ट्रांसफर किया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश की पूर्व सरकार में रहे कुछ गद्दावर नेता अध्यक्ष के द्वारा सोची समझी साजिश के तहत कार्यपालन अधिकारी हरीश चंद्र द्विवेदी का ट्रांसफर करवाया गया है।