बड़ी खबर
अशोक मिश्रा की कलम से
लवकुशनगर/छतरपुर मध्यप्रदेश
*बॉर्डर सील होने के बावजूद भी महोबा के रास्ते से पैदल आ रहे लोग*
*आखिर प्रशासन द्वारा कैसी निगरानी रखी जा रही है?*
*यह जो लोग आ रहे उनमे अधिकतर लोग बिना मास्क के है*
*चलो बॉर्डर पार कर लिया कही से भी मगर यह लोग बड़े बड़े कस्बो से होकर निकल रहे इनको यहा भी रोका जा सकता था मगर नही*
*अब यह भी स्पष्ट नही है कि इनकी जांच हुई कि नही जब बॉर्डर सील है तो यह चोरी छुपे आ रहे तो जांच फड़ताल नही हुई*
*सख्ती है सख्त आदेश है मगर आलाधिकारियों को दिखाने भर तक के जमीनी हकीकत यही है जो है सो है*
*लवकुशनगर*- लवकुशनगर से महोबा जाने वाले बॉर्डर को प्रशासन द्वारा पूरी तरह से सील कर दिया गया है, लेकिन वहां पर कोई सख्त कार्यवाही ना होने के कारण महोबा की ओर से आने वाले लोग लवकुशनगर की सीमा में बेधड़क होकर प्रवेश कर रहे हैं ।
रविवार की सुबह कई लोग लवकुशनगर के अंदर आते दिखे जिन से पूछने पर जानकारी प्राप्त हुई कि वे लोग झांसी से आ रहे हैं! अब यदि यह कहा जाए कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पूरी तरह से सील है तो फिर यह लोग मध्य प्रदेश की सीमा में कैसे प्रवेश कर गए? इसका सिर्फ एक ही कारण हो सकता है कि प्रशासन द्वारा बॉर्डर सील करने की प्रक्रिया तो कर दी गई है लेकिन वहां पर निगरानी नहीं रखी जा रही है जिसके कारण बिना रोक टोक के लोग लवकुशनगर की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं और लवकुशनगर की सीमा से होते हुए वे अपने गंतव्य स्थान तक जा रहे हैं! इस बीच भी उनकी कोई पूछता एवं जांच नहीं की जाती है? ऐसे कार्यों से कोरोना संक्रमण के फैलाव को कैसे रोका जा सकता है?
गौरतलब है कि महोबा में दो कोरोना पॉजिटिव मिलने से लवकुशनगर में भी खतरा बढ़ने का अंदेशा हो गया है। यदि प्रशासन सख्त रवैया नहीं अपनाता तो वह समय दूर नहीं होगा कि जब लवकुशनगर में भी कोरोना का संक्रमण फैल सकता है?