जवा इंडेन गैस वितरक का कारनामा,उपभोक्ताओं से बसुले जाते हैं 25-35 रुपए प्रति सिलेंडर

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अशोक मिश्रा की कलम से


जवा इण्डेन गैस ग्रामीण वितरक का कारनामा, गैस वितरक ने नाम पर उपभोक्ताओं से बसूलते है 25 से 35 रूपये।


महज कुछ दूरी में वाहन खड़ा कर होम डिलेवरी के नाम पर खेला जा रहा खेल, प्रशासनिक अमला मौन।


तहसीलदार जवा व खाद्य आपूर्ति निरीक्षक से शिकायत के बावजूद नही हो रही कार्यवाही।


         जवा / जवा गैस एजेंसी जो अपने कारनामो के बजह से लगातार सुर्खियों में बना हुआ है
  इसके बावजूद उनके मालिक श्रीमती मनीषा पांडेय पर कोई असर दिखता नजर नही आ रहा है कारण की उस एजेंसी पर खाद्य विभाग से लेकर जवा तहसीलदार की मेहरवानी बनी हुई है इसी कारण आज तक कोई कार्यवाही नही की जा सकी।
           वही कई उपभोक्ताओं का कहना है एजेंसी के संचालक की सम्बंधित अधिकारियो से साठगांठ है इसी कारण कभी कार्यवाही नही की जाती है ।
नही तो 25 मार्च से लगे लाकडाउन में लाकडाउन का पालन करते हुए होम डिलेवरी करनी चाहिए था लेकिन इस एजेंसी द्वारा  होम डिलेवरी नही की जाती है जबकि एजेंसी के नियमानुसार गांव गांव में होम डिलेवरी करनी चाहिए इससे लाकडाउन का पालन भी हो जाता और लोगो को भीड़ से निजात मिल जाती।
                    सूत्रों की माने तो यह गैस एजेंसी ग्रामीण वितरक के नाम पर है जिन्हें गांव गांव में ले जाकर होम डिलेवरी करनी चाहिए और अपना चार्ज लेना चाहिए,लेकिन उनके द्वारा कभी ऐसा नही किया जाता है दिखाने के लिए कभी का भार वर्षो में एक या दो बार किसी गांव में होम डिलेवरी  कर दिया जाता है ऐसा लोगो का मानना है वाकी वितरक के नाम पर गैस गोदाम से कुछ दूरी में ले जाकर मनमानी पैसा बसूला जा रहा है।


         वही महीनो से उपभोक्ता चिल्ला चिल्लाकर कह रहे है कि गैस एजेंसी में 774 रूपये 50 पैसे के स्थान में 800 सौ रूपये से लेकर 810 रूपये लिया जा रहा फिर भी कोई कार्यवाही नही, ऐसा क्यों
क्या आम उपभोक्ता का दुःख सुनने वाला कोई नही है।
जो जाच का विषय है जाच के बाद गलत पाये जाने पर एजेंसी का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाना चाहिये।