बड़ी खबर
अशोक मिश्रा की कलम से
*रीवा जनपद पंचायत से सीईओ प्रदीप दुबे का मोह नहीं हो रहा है भंग*
*अपनी सर्विस के 10 साल खपा दिए रीवा जनपद में*
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रीवा जनपद पंचायत सीईओ प्रदीप दुबे रीवा जनपद पंचायत में लगभग 9 वर्ष तक पदस्थ रहें और उसी दौरान पंचायत सचिवों के द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गया फिर कुछ समय के लिए रीवा जनपद के पूर्व सीईओ हरिश्चंद्र द्विवेदी ने जनपद का कार्यभार संभाला और भ्रष्टाचार पर कुछ हद तक लगाम लगी लेकिन जनपद पंचायत रीवा अंतर्गत समस्त भ्रष्टाचारियों के घोटालों की पोल खुलने लगी तभी एक बार पुनः अचानक ही एक ही दिन में केवल रीवा जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी का तबादला करवाते हुए भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने हेतु रीवा जनपद कार्यालय में मुख्य कार्यपालन अधिकारी के रूप में प्रदीप दुबे पदस्थ हुए और पुनः इस कोरोना जैसे घातक महामारी के दौर में भी सचिवों द्वारा ग्राम पंचायतोंमैं बाहर से आए हुए व्यक्तियों की डेटाशीट सैनिटाइजर मास्क दवा एवं खाद्यान्न वितरण में भ्रष्टाचार एवं घोटालों का सिलसिला जारी हो गया।