बड़ी खबर
अशोक मिश्रा की रिपोर्ट
*टीकर ग्रामीण वितरक गैस एजेंसी का शोसाल डिस्टेंसिंग पर नहीं है ध्यान*
*बार-बार कर रहे हैं लॉकडाउन की अव्हेलना वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों का अपमान*
रीवा जिले के अंतर्गत ग्राम टीकर में टीकर इंडेन ग्रामीण गैस वितरक एजेंसी के द्वारा बार-बार शासन प्रशासन को चुनौती देते हुए लाकडाउन के नियमों का उल्लंघन एवं शासन प्रशासन के आदेशों की अवमानना किया जा रहा है। मध्य प्रदेश के कई जिले जहां कोरोना जैसे घातक संक्रमण की चपेट में है वही मध्य प्रदेश का रीवा जिला अभी कोरोना का कोई भी मरीज ना होने के कारण ग्रीन जोन में है, जिसे टीकर इंडेन गैस ग्रामीण वितरक के द्वारा होम डिलेवरी न करते हुए एजेंसी के बाहर भीड़ एकत्रित कर संक्रमण को खुला आमंत्रण दिया जा रहा है। विभाग द्वारा एडवाइजरी जारी कर स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए उपभोक्ता घर से ही ऑनलाइन बुकिंग कर गैस सिलेंडरों की होम डिलीवरी प्राप्त करें, लेकिन टीकर इंडेन ग्रामीण वितरक एजेंसी के द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बिना सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें धारा 144को नजरंदाज कर एजेंसी के बाहर ही भीड़ इकट्ठा कर ली जाती है और मात्र वाहन के डीजल में व्यय होने वाले चंद रुपए को बचाने के लिए एजेंसी से ही गैस सिलेंडर का वितरण किया जा रहा है,और संक्रमण को बढ़ावा देते हुए उपभोक्ताओं की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उपभोक्ताओं द्वारा ऑनलाइन बुकिंग कर तीन से चार दिन होम डिलीवरी के लिए इंतजार किया जाता है लेकिन समय पर डिलीवरी ना होने के कारण मजबूरन अपनी जान को जोखिम में डालते हुए उपभोक्ता खाली सिलेंडर लेकर गैस एजेंसी टीकर पहुंचते हैं जहां भारी मात्रा में भीड़ इकट्ठी होती है जिससे धारा 144 का उल्लंघन तो होता ही है साथ ही संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है।जबकि देश के प्रधानमंत्री के द्वारा लॉकडाउन में 5 दिनों की विशेष सख्ती बरतने का आदेश दिया गया हैं। ऐसा पहली बार नहीं है कि टीकर इंडेन गैस एजेंसी ग्रामीण वितरक के द्वारा शासन प्रशासन के आदेशों को ताक में रखकर नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कोई कार्य मनमानी रूप से किया गया हो, पूर्व में भी उज्जवला कनेक्शन के वितरण में पैसे लेना, होम डिलीवरी के नाम पर अतिरिक्त पैसे लेना, ऑनलाइन रीफिल व ऑफलाइन रीफिल में हेराफेरी कर गैस सिलेंडरों की कालाबाजारी करने जैसे ठोस सबूतों के आधार पर कई आरोप लग चुके हैं लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा आज दिनांक तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। देखना यह है की धारा 144, सोशल डिस्टेंसिंग की अवमानना एवं कई व्यक्तियों की जान जोखिम में डालने वाले टीकर इंडेन गैस ग्रामीण वितरक एजेंसी के मालिक रामनरेश यादव के ऊपर कोई ठोस कार्यवाही होती है या एक बार पुनः मनमानी करने के लिए छोड़ दिया जाता है, अधिकारियों द्वारा नजरअंदाज कर दिया जाता है।