विस्थापितों के मांगो की समीक्षा करते हुए प्रबंधन ने उन्हें काम मे दी प्राथमिकता।

 




विस्थापितों के मांगो की समीक्षा करते हुए प्रबंधन ने उन्हें काम मे दी प्राथमिकता।

 

विराट वसुंधरा/अवनीश तिवारी

सिंगरौली। पावर परचेज एग्रीमेंट ना मिलने एवं वित्तीय अभाव के वजह से गत दिवस एस्सार पावर एम पी लिमिटेड से बाहर किए गए विस्थापितों को कंपनी ने कल त्रिपक्षीय वार्ता के बाद वापस लेने का फैसला किया है, यहां कंपनी प्रबंधन ने हेल्पर कैटेगरी के विस्थापितों की मांग को समझते हुए ऐसे विस्थापित जिनकी जमीन कंपनी के द्वारा अधिग्रहित की गई है उन्हें काम पर वापस लेने में प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है|

ज्ञात हो कि वर्ष 2014 में माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा कंपनी के कोल ब्लॉक को खारिज कर दिया गया था जिसके बावजूद कंपनी ने अत्यधिक महंगे दर पर स्थानीय कोयला खदानों से कोयला खरीद कर अपने प्लांट का संचालन जारी रखा लेकिन अब पावर परचेज एग्रीमेंट ना मिल पाने की वजह से 1200 मेगावाट क्षमता का प्लांट 250से 300 मेगावाट की क्षमता पर चलने के बावजूद भी कंपनी प्रबंधन ने ऐसे विस्थापितों को जिनकी जमीनें कंपनी द्वारा अधिग्रहित की गई हैं उन्हें काम पर वापस लेने का फैसला लिया है इनके बदले आसपास के हेल्पर केटेगरी के ऐसे लोग जो कंपनी के विस्थापित नहीं है उन्हें कंपनी काम से पृथक करेगी, कंपनी की वित्तीय स्थिति प्रभावित होने के बावजूद विस्थापितों के हित में प्रशासनिक सहमति से यह निर्णय लिया गया है| नया पावर परचेज एग्रीमेंट ना मिल पाने की स्थिति में आगामी समय में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है |