फन फेयर के तहत बुलंदी-२ का सन शाइन स्कूल द्वारा किया गया आयोजन
अवनीश तिवारी
सिंगरौली। सन शाइन स्कूल द्वारा फन फेयर के तहत बुलंदी 2. ओ का आयोजन किया गया । स्कूली बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार के साइंस वर्किंग मॉडल प्रदर्शित किए गए वही फनी गेम्स के जरिए अभिभावकों एवं आम नागरिकों को लुभाने में बच्चों ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ा । विभिन्न तरह के लजीज पकवान बच्चों के द्वारा उसी जगह बनाकर प्रोफेशनल तरीके से बेचते हुए देखा गया । छात्रों ने बताया कि व्यंजन बनाने की प्रेरणा हमें अपने घर से मिली जबकि साइंस मॉडल को बनाने में हमारे शिक्षकों की प्रमुख से भूमिका रही।
इनकी रही मौजूदगी- उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर रहे जबकि विशिष्ट अतिथियों में शहर कोतवाल अरुण पाण्डेय, मनीष त्रिपाठी टीआई बरगवां, राघवेंद्र द्विवेदी टीआई विंध्यनगर, यूपी सिंह टी आई नावानगर, जयंत चौकी इंचार्ज महेन्द्र पटेल सहित मिश्रा पाली क्लीनिक के संचालक डॉ डी. के मिश्रा, अमृत विद्यापीठ के संचालक डॉ एके तिवारी और योक्सी व उनकी टीम की मौजूदगी उल्लेखनीय रही
साइंस मॉडल्स- कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा 24 प्रकार के वर्किंग साइंस मॉडल जैसे टेस्ला क्वायल, डीएनए मॉडल, न्यूरॉन, होमग्रोन, वाटर प्यूरीफायर, इलेक्ट्रिक लिफ्ट सहित कई मॉडल देखने को मिले जिसमें भाग लेने वाले छात्रों में प्रमुख रूप से नसीम सरवर, जासमीन, अंजना, सुप्रिया, दिव्या, रघुनाथ, असहद, शुभम, कृष्णानंद, कमलेश, शिवम, शबीना, शगुफ्ता, नगमा, इसराइल, दीपक, मोहम्मद रजा, रूबीना और फैजान आदि रहे।
56 प्रकार के पकवान- बच्चों के द्वारा लजीज पकवान 56 प्रकार के देखने को मिले जिसमें प्रमुख रूप से अप्पे, मोमोस, रबड़ी, फिंगर चिप्स, पोटैटो चिली, कटलेट, बर्गर, भेल, आलू बंडा, समोसा, गुलाब जामुन, शाही टुकड़ा, ब्रेड पकोड़ा, चाऊमीन, पनीर चिल्ली जैसे विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट पकवानों का लुत्फ उठाए गए। इसमें भाग लेने वाले छात्रों में प्रमुख रूप से तेजस्विनी, कोमल, प्रिया पाल, सुहाना, इशा, मोअतरूम, सालेहा, तल्हा, रजा, यूसुफ, प्रियंका, अवंतिका, छाया, इशिका, रोशनी, शाहीन, प्रीति, प्रज्ञा, संजना, अफसा, रुखसाना, आदित्य कुमार, निर्जला, ऋषि सोनी की भूमिका अहम रही।
कूपन की व्यवस्था- बताते चलें कि पकवानों का आनंद लेने के लिए आपकी जेब भरी होनी चाहिए थी लेकिन तरीका अनोखा था। नकद रुपयों के बदले काउंटर से उतने ही कीमत के कूपन प्राप्त करने की व्यवस्था थी जिसे लेने के बाद पकवानों के स्टाल लगाने वाले विद्यार्थियों को कूपन देना होता था जिसके बदले में उसी कीमत का व्यंजन मिलता था।
विद्यालय के संचालक मो बीन अंसारी ने बताया कि इस आयोजन का मकसद स्वयं की प्रतिभा को आगे लाना है । ये बच्चे कल वैज्ञानिक, व्यापारी, कुक या उच्च पद पर आसीन होंगे जिन्हें तैयार करने की जिम्मेदारी विद्यालय की है। विद्यालय परिवार की ओर से प्राचार्य घनश्याम सिंह, नदीम सरवर, अंकलेश्वर सोनी, श्याम लाल विश्वकर्मा, रवि सिंह, जफर सईद , प्रिया गुप्ता, चंदा पाठक, सुनील पाण्डेय, आकाश तिवारी, प्रिया शर्मा, सियाराम यादव, देव लाल यादव, आनंद झा, प्रधानाध्यापक श्वेता सिंह पटेल, रुखसार, नुसरत, जरीना, दीप्ति, मोना, सोनाली, पूजा आदि की भूमिका उल्लेखनीय रही।