जन सरोकार एवं मीडिया विषय पर संगोष्ठी संपन्न जिम्मेदार पत्रकारिता एवं सजग प्रशासन सुशासन का आधार विगत एक वर्ष में शासन-प्रशासन की उपलब्धियों से मीडिया प्रतिनिधि हुए अवगत

जन सरोकार एवं मीडिया विषय पर संगोष्ठी संपन्न


जिम्मेदार पत्रकारिता एवं सजग प्रशासन सुशासन का आधार


विगत एक वर्ष में शासन-प्रशासन की उपलब्धियों से मीडिया प्रतिनिधि हुए अवगत



अनूपपुर /प्रदीप मिश्रा - 8770089979



 जनता की बेहतरी हेतु यह अहम है कि लोकतंत्र के दो महत्वपूर्ण आयाम पत्रकार एवं प्रशासन अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए आपसी सामंजस्य के साथ कार्य करें। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जन सरोकार एवं मीडिया विषय पर आयोजित संगोष्ठी में ग्रामीण विकास शहरी समस्याओं को दूर कर समेकित एवं सतत् विकास की प्राप्ति हेतु मीडिया एवं प्रशासन की भूमिका पर मंथन किया गया। संगोष्ठी में अनूपपुर जिले के वरिष्ठ पत्रकारों द्वारा संदर्भित विषय में विस्तृत चर्चा की गई। चर्चा में इस बात पर बल दिया गया कि पत्रकारों द्वारा उल्लेखित विषय वस्तुनिष्ठ, तथ्यपरक एवं जन हितैषी हों, साथ ही यह अपेक्षा भी की गई कि प्रशासन उक्त समस्याओं के पत्रकारों द्वारा रेखांकित किए जाने पर संवेदनशीलता, तत्परता के साथ प्रभावपूर्ण कार्यवाही करे, ताकि लक्षित उद्देश्य की पूर्ति हो।  संगोष्ठी के दौरान सहायक संचालक जनसम्पर्क अंकुश मिश्रा ने विगत एक वर्ष में शासन प्रशासन द्वारा किए गए कार्यों से मीडिया प्रतिनिधियों को अवगत कराया। अनूपपुर जिले में आमजनों को सुविधाओं का समय से प्रदाय एवं समग्र विकास सुनिश्चित करने हेतु शासन की मंशा अनुसार सतत् रूप से कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन विभागीय अमलों द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा है। आपने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक 6 लाख 70 हजार 564 आवेदकों को लोक सेवा गारण्टी अधिनियम अंतर्गत समय-सीमा में सुविधाओं का प्रदाय किया गया है। 47 हजार 467 हितग्राहियों को इन्दिरा गांधी निःशक्तजन, वृद्धावस्था, कन्या अभिभावक एवं अन्य सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के तहत हर माह लगभग 2 करोड़ 84 लाख की राशि की पेंशन का भुगतान किया गया है। मत्स्य विभाग द्वारा मत्स्य उत्पादकता बढ़ाने एवं मत्स्य पालकों की आजीविका में सुधार हेतु सतत् रूप से प्रयास किए जा रहे हैं। जिले में अभिनव प्रयोग के तहत बंद पड़ी 50 खदानों में केज कल्चर के माध्यम से मत्स्य उत्पादन किया जा रहा है। जिनमें चालू वर्ष में 5.1 मेट्रिक टन मत्स्य उत्पादन किया गया है। जिले अंतर्गत 2286 ग्रामीण तालाबों के 2215 हेक्टेयर एवं 45 सिंचाई जलाशयों के 1277 हेक्टेयर रकबे में मत्स्य उत्पादन किया जा रहा है। विगत वर्ष ग्रामीण तालाबों में 2127 एवं सिंचाई जलाशयों में मत्स्य उत्पादकता 90 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर रही। जिसे इस वर्ष क्रमशः 2200 एवं 95 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर करने का प्रयास किया जा रहा है।




विगत वर्ष कुल उत्पादन 4420.29 मेट्रिक टन था, जिसे इस वर्ष प्रयासों द्वारा 5423.59 हेक्टेयर किया जाएगा। इसके साथ ही 4569 मत्स्य पालकों को दुर्घटना बीमा अंतर्गत बीमित एवं 171 कृषकों को मछुआ क्रेडिट कार्ड प्रदान किया गया है। आपने बताया कि किसानों की आय में वृद्धि हेतु उद्यानिकी एवं कृषि विभाग द्वारा सतत् रूप से प्रयास किए जा रहे हैं। उन्नत किस्म के बीजों का प्रदाय, आधुनिक कृषि उपकरणों का प्रदाय, उन्नत कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण एवं उक्त तकनीकों के प्रयोग हेतु विभागीय योजनाओं द्वारा सहयोग प्रदान किया गया है। वर्तमान चालू वर्ष में फल पौध रोपण योजनांतर्गत 199 हितग्राहियों, व्यावसायिक उद्यानिकी प्रोत्साहन हेतु 39 हितग्राहियों, मसाला क्षेत्र विस्तार योजना अंतर्गत 124 एवं सब्जी क्षेत्र विस्तार योजना अंतर्गत 456 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। इसके साथ ही 21 हितग्राहियों को पावर ट्रिलर, 38 हितग्राहियों को पाॅवर बीडर, 43 हितग्राहियों को पाॅवर स्पेयर प्रदान किया गया। जिले के पारम्परिक उत्पाद कोदो को प्रोत्साहित करने हेतु कृषि विभाग एवं आईजीएनटीयू के सहयोग से अमरकंटक कोदो ब्राण्ड चालू किया गया। धान के उत्पादन बढ़ाने हेतु किसानों को संकर धान के उत्पादन हेतु प्रेरित किया जा रहा है, जिससे उत्पादन में दो से ढाई गुना वृद्धि होती है। स्वसहायता समूहों के माध्यम से आत्मनिर्भरता बढ़ाने हेतु एनआरएलएम एवं एनयूएलएम द्वारा वित्तीय सहयोग एवं तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2019 में 23167 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण पर 5 करोड़ 79 लाख की राशि प्रदान की गई है। इसके साथ ही तेंदूपत्ता संग्राहक कल्याण योजना अंतर्गत 39 हितग्राहियों को 13 लाख 50 हजार की बीमा राशि प्रदान की गई है। प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत वर्तमान वर्ष में नगरीय निकायों में 2163 एवं जनपदों में 7212 आवासों के कार्य प्रगतिरत है। आपके द्वारा बताया गया कि सिंचाई क्षमता में वृद्धि हेतु दमेहड़ी, झिलमिल, समरार, पिपरिया जलाशय एवं सिंहपुर, गोहराटी तथा बकान डायवर्जन परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। जिनसे 5525 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा प्राप्त होगी। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र द्वारा वर्तमान वर्ष में 66 हितग्राहियों को विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं अंतर्गत 5 करोड़ 60 लाख की राशि उपलब्ध कराई गई है। जिले में 1149 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है, जिनमें 6 माह से 3 वर्ष आयु वर्ग के 30196, 3 वर्ष से 6 वर्ष तक के 24653 शिशुओं को पूरक पोषण आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही 13302 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को तथा 1018 किशोरियों को पूरक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। संगोष्ठी के दौरान आपके द्वारा विगत एक वर्ष में प्रशासन द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए गए कार्यों एवं उपलब्धियों से मीडिया प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया। संगोष्ठी को कीर्ति क्रांति के सम्पादक श्री मनोज द्विवेदी, नईदुनिया के जिला ब्यूरो श्री रामचंद्र नायडू, साप्ताहिक कोयलांचल टाईम्स के सम्पादक श्री सुनील चैरसिया, प्रसार भारती के अनूपपुर संवाददाता श्री अजीत मिश्रा के साथ ही अन्य पत्रकारों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर अनूपपुर जिले के प्रिन्ट एवं इलेक्ट्राॅनिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।