बरगवां में लगातार हो रहे भ्रष्टाचार का जिम्मेदार कौन भ्रष्टाचारियों को फिर मिला मौका शौंचालय सडक नाली निर्माण चबूतरा फर्सनाद घोटाला ठंडे बस्ते में जिला प्रशासन कब देगा ध्यान

 


बरगवां में लगातार हो रहे भ्रष्टाचार का जिम्मेदार कौन भ्रष्टाचारियों को फिर मिला मौका


शौंचालय सडक नाली निर्माण चबूतरा फर्सनाद घोटाला ठंडे बस्ते में


जिला प्रशासन कब देगा ध्यान


अनूपपुर/प्रदीप मिश्रा - 8770089979


 

जिले के बडे ग्राम पंचायतों में सुमार बहुचर्चित ग्राम पंचायत बरगवां हर दिन एक नये घोटाले व षिकायत के रूप में जाना जाता है क्योंकि यहां पर बडे रकमों में बडी हेराफेरी की जाती है व शासन प्रषासन को चूना लगाने का काम किया जाता है बिगत वर्षो पूर्व शौंचालय घोटाला जो करोडों का घोटाला था उसमें कई जांच हुऐ व लेट हुऐ क्योंकि इसमें जिले से लेकर जनपद तक के अधिकारी शामिल थे करोडों के घोटाले पर पर्दा डालने का काम अधिकारियों ने बराबर किया नाम मात्र का तीन बार जांच होने पर 14 लाख 38 हजार की रिकवरी हुई व बडी देर से कार्यवाही हुई सरपंच सचिव निलंबित हुऐ तीन महिने का नया सरपंच बना जो कि घोटाले में संलिप्त सरपंच के न्यायालय से स्टे लेने के बाद हट गई निष्चित ही स्टे लेने के बाद कार्यवाही आगे होनी थी जो की रूक गई आज भी घोटाले के कारण ग्राम बरगवां शौंच मुक्त नही हो पाया है इस ओर जिला प्रषासन को जिला पंचायत अधिकारी को ध्यान देकर कार्यवाही करना चाहिए वहीं कई सडक निर्माणों में भी उपयंत्री पटेल की सांठ गांठ से गुणवत्ता को दरकिनार करते हुऐ बनाये गये है नाली निर्माण  में भी बराबर घोटाला हुआ है बाहरी मजदूरों को काम में लगाकर व गुणवत्ता का ख्याल न रखते हुऐ नाली का निर्माण किया गया विगत वर्षो पूर्व कई घरों में मावेषियों के लिए पक्का फर्सनाद का निर्माण किया जाना था जिसमें लाखों का घोटाला किया गया है चबूतरा निर्माण धर्म के नाम पर एक बडा लूट सामने आया है जहां 5 लाख के चबूतरा निर्माण जो कि बिना एनओसी के तैयार किया गया जिसमें लीपापोती कर धर्म के नाम पर लूट किया गया है जब धार्मिक स्थलों को नही छोडा गया इससे पता चलता है कि इनको भगवान का भी डर नही रहा बेधडक होकर दबंगई के दम पर नित एक नये घोटाले को अंजाम दे रहे है

फर्जी बिलों का बडा खेल


ग्राम पंचायत बरगवां में सामग्री के नाम पर लाखों करोडों का खेल हुआ है यहां फर्जी बिल तैयार कर शासन प्रषासन को गुमराह करते हुए पैसों का अहरण किया गया है भुगतान किया गया है यहां पर व्यय के नाम पर एक बडा घोटाला सामने है जिसमें मेन्टिनेन्स फोटोकापी व मजदूरी भुगतान का है पंचायत में पानी के नाम पर भी कई बार गुमराह करते हऐ भुगतान लिया दिया गया है जो कि जांच का विषय है कई फर्जी वेंडर न जिनके दूकान है न सप्लायर है फिर भी लम्बी रकम आहरित किये हुये है मटेरियल सप्लाई के नाम पर कई लोगो को मोहरा बनाकर करोडों का हेरफेर किया गया है जो कि जांच का विषय है